TRAI New Rules: भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) 1 अक्टूबर, 2024 से नए नियमों को लागू करने की जानकारी सामने आई है। क्या बताया जा रहा है कि मुख्य रूप से एयरटेल, बीएसएनएल, जियो और वीआई एवं सभी प्राइवेट टेलिकॉम कंपनियां उपभोक्ताओं पर बड़ा असर छोड़ सकती हैं। इन सभी नए नियमों के चलते सभी यूजर्स की सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा की जाती है।
प्रमुख परिवर्तन और उनका प्रभाव
ट्राई के द्वारा हाल ही में एक लेटेस्ट जानकारी सामने आई है, जिसके अनुसार बताया जा रहा है कि मुख्य रूप से टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दिया गया है कि जल्द से जल्द इस नए पारदर्शी तरीके को लागू करें। इसका सीधा सा अर्थ है कि किसी प्रकार की छिपी हुई शर्तों को और शुल्क को बयां ना करें, ताकि किसी ग्राहक को परेशानी का सामना ना हो।
कॉल ड्रॉप के लिए कठोर दंड
1 अक्टूबर के बाद से ट्राई के द्वारा नियमित रूप से कॉल ड्रॉप से संबंधित टेलीकॉम कंपनी पर जुर्माना लगाया जा सकता है। इस कदम से सभी कंपनियों को अपने नेटवर्क का एक्स्ट्रा स्ट्रक्चर को मजबूत और बेहतर बनाने की आवश्यकता पड़ सकती है।
बेहतर ग्राहक सेवा
नवीनतम नियमों के अनुसार कंपनियों को अपने ग्राहकों को प्रतिदिन होने वाली शिकायतों का समाधान लगभग 7 दिन में करना होगा। यदि इस समाधान को 7 दिन के भीतर नहीं किया जाता है, तो आठवें दिन से यूजर्स को भुगतान करना होगा, जिसमें ₹100 हर दिन कंपनी यूजर्स को देगी।
ओवरचार्जिंग पर नियंत्रण
इसके तहत दूरसंचार प्रदाताओं की ओर से और अधिक पारदर्शिता सुनिश्चित करना अनिवार्य कर दिया गया है। मुख्य रूप से इंटरनेट और अंतरराष्ट्रीय रोमिंग के लिए इसे लागू किया जाएगा, और ग्राहकों को हर सेवा का लाभ कम लागत के साथ प्राप्त हो सकेगा।
बीएसएनएल के लिए संभावित लाभ
भारत की सर्वश्रेष्ठ सरकारी टेलीकॉम कंपनी अब स्वामित्व के रूप में बीएसएनएल के साथ अतिरिक्त नियमों का लाभ उठा सकते हैं।
गैर-अनुपालन के लिए भारी जुर्माना
यदि किसी भी प्रकार के नियमों में अपारदर्शिता पाई जाती है, तो ऐसी स्थिति में भारी जुर्माना लगाया जा सकता है। इसमें गलत जानकारी देना हो सकता है और कॉल ड्रॉप को नज़रअंदाज़ करने या ग्राहकों से ज़्यादा पैसे वसूलने वालों के ख़िलाफ़ ट्राई जबरदस्त एक्शन लेने वाला है।
उन्नत उपयोगकर्ता अनुभव
नए नियमों के अंतर्गत मुख्य रूप से नंबर फर्टिलिटी और यूजर्स के एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने के लिए कार्य किया जा रहा है। इसके माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाता है कि इष्टतम सेवाएँ प्रदान की जाएँ, कंपनियों पर कड़ी निगरानी के तहत की जाए।
उपयोगकर्ताओं और कंपनियों के लिए निहितार्थ
यह सभी महत्वपूर्ण बदलाव भारतीय दूरसंचार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम रखने वाले हैं। इसके चलते बीएसएनएल, एयरटेल, वोडाफोन, जियो और अतिरिक्त प्राइवेट टेलिकॉम कंपनियां नए नियमों के साथ अपने ग्राहकों से संबंध स्थापित करें। अन्यथा, किसी प्रकार की गलती पाई जाती है, तो ट्राई के द्वारा इस पर बड़ा एक्शन दिया जा सकता है। यह तुरंत संचार कंपनियों के लिए भी बड़ी समस्या आ सकती है। रिपोर्ट की जानकारी तत्काल तक पहुंचना भी अब महत्वपूर्ण कार्य हो चुका है।